शाम तेरे रंग ने, ऐसा जादू डाला गोरी-गोरी राधिका कर दिया काला !! शाम तेरे रंग ने, ऐसा जादू डाला गोरी-गोरी राधिका कर दिया काला !!
बेपनाह मोहब्बत थी उसकी हर साँस पे उसका नाम था, बेपनाह मोहब्बत थी उसकी हर साँस पे उसका नाम था,
कविता पढ़ें और महसूस करें... कविता पढ़ें और महसूस करें...
कान्हा जिसे न कोई जाना जिसका न हुआ कोई वो हो गया सभी का ...। कान्हा जिसे न कोई जाना जिसका न हुआ कोई वो हो गया सभी का ...।
आखिर पाया है उन्होंने भी खोकर बहुत कुछ। आखिर पाया है उन्होंने भी खोकर बहुत कुछ।
मन के दर्पण में महक उठा मेरा जीवन। मन के दर्पण में महक उठा मेरा जीवन।